सहजन फाइबरयुक्त एक उत्तम सब्जी है। इसमें कई औषधीय गुण समाहित हैं। सहजन यानि ड्रमस्टिक की फली का वानस्पतिक नाम मोरिंगा ओलिफेरा है। सहजन की खास बात यह है कि इसकी फली ही लाभदायक नहीं वरन इसकी पत्ती, फूल और पेड़ भी गुणों की खान हैं। इसकी फली में प्रोटीन, एमीनो एसिड, बीटा कैरोटिन और विभिन्न फीनोलिक होते हैं। इसे ताजा खाएं अथवा इसे सूखाकर इसका पाउडर बना कर खाएं, हर हाल में यह बेहद फायदेमंद है। फली की सब्जी, फूलों का बजका या बीरी, पत्तियों का साग या दालसाग बनाकर खाएं, यह बेहद स्वादिष्ट होते हैं। वैद्यराज धनन्जय श्रोत्रिय यह जानकारी देते हुए कहते हैं कि सहजन की वैसी फली ज्यादा लाभदायक है जिसे चूसकर खाया जा सके। सहजन यौनशक्ति और पाचनशक्ति बढ़ाता है तो ताजा फूल हर्बल टॉनिक का काम करता है। पत्तियां नेत्ररोग, मोच और जोड़ों के दर्द से निजात दिलाती हैं तो पेड़ की छाल गोंद बनाने के काम आते हैं। सहजन भारत समेत पाकिस्तान, बांगलादेश, अफगानिस्तान और अफ्रीका के उष्ण कटिबंधीय क्षेत्र में पाए जाते हैं।