यवतमाल. पांढरकवडा तहसील के टिपेश्वर अभयारण्य की घायल बाघिन टी-4 की रविवार को मृत्यु हो गई. यह बाघिन कुछ माह पूर्व तार फिनिशिंग के कम्पाऊंड के तार में अटक जाने से घायल हो गई थी. वनविभाग ने घायल बाघिन का उपचार करने के लिए उसे बेहोश कर पकड़ने का प्रयास किया लेकिन वनाधिकारी के यह प्रयास असफल साबित हुए. रविवार को फिर से घायल बाघिन को पकड़ने का प्रयास करने के दौरान बाघिन ने दल के अश्विन नामक युवक पर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था. युवक को उसे गंभीर अवस्था में यवतमाल इलाज के लिए लाया गया.
गले में फंसा हुआ था तार
पांढरकवडा के वन्यजीव उपवनसंरक्षक पांच्याभाई ने बाघिन की मृत्यु की खबर को सही बताया. सूत्रों के अनुसार टिपेश्वर अभयारण्य की टी-4 बाघिन के गले में तार अटका हुआ था. वनविभाग द्वारा उसे जेरबंद करने की मुहिम चलाई लेकिन बाघिन की हलचलें रात में ही होने की वजह से उसे ट्रैक करना संभव नहीं था. घटना के पहले दिन बाघिन वनविभाग के ट्रैप कैमरे में दिखी थी लेकिन घायल बाघिन की हलचलें कुछ धीमी हो गई थी. घायल बाघिन को ठीक से खड़ा भी नहीं रहा जा रहा था. पश्चात बाघिन को बेहोश कर तत्काल उपचार के लिए भेजा गया लेकिन उपचार के दौरान इस घायल बाघिन की मौत हो गई. मृत बाघिन का पोस्टमार्टम किया जायेगा. यह जानकारी पांढरकवडा के वन्यजीव उपवनसंरक्षक पांच्याभाई ने दी.